शान युवा सोशल वेलफेयर सोसाइटी(स्मृति-पत्र)
"शान युवा
सोशल वेलफेयर सोसाइटी"
का
स्मृति-पत्र
1. संस्था
का नाम:- “शान युवा सोशल वेलफेयर सोसाइटी "
2. निबंधित
कार्यालय :- इस संस्था का निबंधित कार्यालय द्वारा श्री दिलीप प्रसाद,
व्यापार मंडल, गौशाला
रोड सिवान, पोस्ट- पकडी मोड़,
थाना- महादेवा ओ0पी0, जिला-
सिवान, पिन कोड- 841227 (बिहार) में रहेगा ।
आवश्यकतानुसार कार्यालय
स्थान परिवर्तन की सूचना 15 दिनों के
अन्दर निबंधन विभाग एवं अन्य संबंधित विभाग को दे दी जायेगी ।।
3. कार्यक्षेत्र :- इस
संस्था का कार्यक्षेत्र संपूर्ण भारतवर्ष होगा ।
4. उद्देश्य:- इस
संस्था के निम्नलिखित मुख्य उद्देश्य होंगे :-
1. संस्था
द्वारा शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वावलम्बी बनाने हेतु टंकणकला,आशुलिपि, कम्प्यूटर, मोबाईल
मरम्मति, इलेक्ट्रोनिक्स एवं अन्य तकनीकी एवं गैर तकनीकि
शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान का संचालन करना ।
2. संस्था
द्वारा समाज के निरक्षरता को दूर करने के लिए शिक्षा के प्रचार-प्रसार हेतु
विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन कर लोगों के बौद्धिक विकास में मदद
करेगी तथा विद्यालय, आवासीय विद्यालय, महाविद्यालय, प्रौढ
शिक्षा, सर्व शिक्षा, पुस्तकालय, वाचनालय, पठन-पाठन कक्ष, छात्रावास, अनौपचारिक
शिक्षा,अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विद्यालय, मुक एवं
बधिर विकलांग विद्यालय का संचालन करना तथा गरीब असहाय, विकलांग, अल्पसंख्यक
छात्र एवं छात्राओं को हर संभव आर्थिक सहायता देकर आगे बढ़ने में मदद करना जिसमें
निःशुल्क भोजन, पुस्तक, शिक्षा, आवास का
उत्तम प्रबंध कराना तथा संस्था द्वारा छात्र-छात्राओं को प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करने हेतु उचित
मार्गदर्शन एवं सहयोग प्रदान करना ।
3. संस्था
द्वारा समाज के दलित, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, असहाय
महिलाओं, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों, आदिवासियों, अनाथों
के आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक
एवं नैतिक विकास हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन करना ।
4. संस्था द्वारा महिलाओं को
रोजगारोन्मुख बनाने हेतु सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, कशीदाकारी, पेन्टिंग, गुडिया, आचार, मुरबा, जैली, जैम आदि
का निर्माण एवं अन्य व्यवसायिक प्रशिक्षण सौन्दर्य एवं प्रसाधन आदि की जानकारी
देना ।
5. संस्था
द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के चौमुखी विकास हेतु महिला मंडल, महिला
शक्तिकरण, बालबाड़ी, आगनबाड़ी स्वयं सहायता समूह, पालनागृह, पौष्टिक
आहार केन्द्र का संचालन करना |
6. संस्था
द्वारा निःसहाय महिलाओं एवं पूरूषों के आर्थिक विकास हेतु लघु उद्योग, कुटीर
उद्योग, गृह उद्योग, खादी ग्रामोद्योग, पशुपालन, मत्स्यपालन, मुर्गीपालन, बकरीपालन, मधुमक्खीपालन, रेशमकीट
पालन, फल एवं खाद्य प्रसंस्करण का प्रशिक्षण देना एवं
स्वावलम्बी बनने में मदद करना माइक्रो फिनाइन्श के तहत शुक्ष्म ऋण उपलब्ध कराना
तथा प्रशिक्षण हेतु कार्यक्रम संचालन करना ।
7. संस्था द्वारा महिला श्रमिक, बाल श्रमिकों एवं अन्य श्रमिकों के कल्याणार्थ कार्यक्रमों का
संचालन करना । उनके लिए शिक्षा एवं पुर्नवास की व्यवस्था करना ।
8. संस्था द्वारा विकलांगों, अल्पसंख्यकों को समाज के मुख्य धारा में जोड़ने हेतु आवश्यक
कार्यक्रमों का संचालन करना । सरकारी, गैर सरकारी
संस्थाओं द्वारा प्रायोजित कार्यक्रमों में संस्था द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान करने
हेतु कार्यक्रम संचालन करना ।
9. समाज के सभी वर्गों के गरीब लोगों के
स्वास्थ्य की रक्षा हेतु स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना । परिवार कल्याण शिविर, नेत्र चिकित्सा शिविर, रक्त दान
शिविर, टीकाकरण |
10. असाध्य रोग, एड्स, कैंसर, टी0बी0 कालाजार हेपटाईटिस आदि से बचने हेतु अवश्यक जानकारी देना एवं
ग्रसित लोगों को चिकित्सा सेवा, नेत्र
चिकित्सा, एम्बुलेश सेवा, चलन्त चिकित्सा उपलब्ध कराना तथा । विभिन्न प्रकार की चिकित्सा
पद्धतियों का प्रचार-प्रसार एवं प्रशिक्षण करना ।
11. पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने हेतु
वृक्षारोपण एवं अन्य कार्यक्रमों का संचालन करना । सौर उर्जा, प्राकृतिक उर्जा का प्रचार-प्रसार करना ।
12. ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में स्वच्छता
अभियान का संचालन करना । लोगों को स्वच्छ पेयजल, कम लागत के
शौचालय, यातायात के नियमों का प्रचार-प्रसार
करना ।
13. अनाथ बच्चों, वृद्धों, विधवाओं के
लिए आश्रय स्थल,
भोजन, शिक्षा आदि की व्यवस्था करना । उनके लिए कल्याणकारी कार्यों का
सम्पादन करना ।
14. आकस्मिक आपदाओं जैसे बाढ़, अकाल, महामारी, सुखाड आदि में राहत कार्यक्रमों का संचालन करना । राहत कार्यों
में सहयोग करना ।
15. समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे
बाल-विवाह, अंधविश्वास, दहेज प्रथा, आदि की
रोकथाम हेतु कार्यक्रमों का संचालन करना । आदर्श विवाह, विधवा विवाह को प्रोत्साहित करना । भीक्षाटन उन्मूलन
कार्यक्रमों का संचालन करना तथा उन्हें समाज के मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास
करना ।
16. संस्था द्वारा युवक युवतियों को
कम्प्यूटर से संबंधित विभिन्न स्तर के व्यवसायिक पाठ्क्रमों का संचालन, हार्ड वेयर, साफ्टवेयर, इन्टरनेट आदि विभिन्न पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण केन्द्र का
संचालन करना ।
17. संस्था द्वारा कृषि एवं बागवानी के
विकास हेतु कृषकों को आधुनिक औजार, उन्नत बीज, उन्नत खाद, सिंचाई के
उपयुक्त साधन, वर्मी खाद, मशरूम एवं मखाना की खेती, जलछाजन, जलसंचयन, आदि उपलब्ध
कराना । फसल बीमा,
पशु बीमा एवं अन्य बीमा की
जानकारी एवं प्रचार प्रसार कर लोगों को लाभान्वित करना तथा बंजर भूमि का निवारण के
संबंध में जानकारी उपलब्ध कराना । औषधीय, सुगंधी
पौधों एवं नगदी पौधों के उत्पादन हेतु आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना ।
18. पुस्तकालय, वाचनालय, संगीतालय
का संचालन करना । पत्र-पत्रिकाओं का वितरण एवं संग्रह करना । नाटक, नृत्य, संगीत, वाद्य का प्रशिक्षण देना । कलाकरों को प्रोत्साहित कराना ।
संस्था द्वारा वन्य जीव, पशु-पक्षी
एवं लावारिश पशु के सरंक्षण हेतु प्रयास करेंगी तथा देश की एकता, अखण्डता, आपसी
सद्भावना कार्यक्रमों का संचालन करना ।
19. उपभोक्ता संरक्षण, पंचायती राज, वयस्क
मताधिकार, मानवाधिकार आदि की जानकारी देना एवं
जागरूक करना ।
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